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ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी की सेनाएं तत्कालीन भारतीय शासकों की सेनाओं के खिलाफ लगातार क्यों जीतीं?

ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी अपने विरोधियों के विभाजन और कमजोरियों का फायदा उठाने के साथ-साथ प्रभावी सैन्य रणनीतियों और तकनीकों को नियोजित करके भारतीय शासकों की सेनाओं के खिलाफ विजयी हुई।

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ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी की सेनाएँ कई कारणों से भारतीय शासकों की अधिक असंख्य और बेहतर सुसज्जित सेनाओं के विरुद्ध लगातार जीतने में सक्षम थीं:

बेहतर हथियार और रणनीति

ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के पास राइफल और आधुनिक तोप जैसे बेहतर हथियार थे, जिसका इस्तेमाल वे विनाशकारी प्रभाव के लिए करते थे। उनके पास अच्छी तरह से प्रशिक्षित और अनुभवी सैनिक भी थे जो यूरोपीय शैली की रणनीति से परिचित थे, जिन्होंने भारतीय मूल के सैनिक जो अब कम्पनी का हिस्सा थे, उनको प्रशिक्षित किया, जबकि भारतीय शासको के सेनाएं काफी हद तक पारंपरिक तरीकों पर आधारित थी।

भारतीय शासकों के बीच विभाजन

अखंड भारत की छवि किसी भी भारतीय शासक के मन में नहीं थीं और वह केवल अपने शासन क्षेत्र के प्रति ही समर्पित थे, जिसके कारण शासको के बीच एकजुटता नहीं थी और वह अक्सर आपस में लड़ते रहते थे। अंग्रेज ने इस बात का फायदा उठाया, और कूटनीति कर, एक शासक को दूसरे शासक के विरुद्ध के विरुद्ध लड़वा दिया, अंग्रेज उन शासको के साथ सहयोग करने के लिए इच्छुक थे जो अदूरदर्शी और केवल अपने फायदे के बारे में सोचते थे ।

सेनाओं में भ्रष्टाचार और अक्षमता

भारतीय शासकों की सेनाएँ अक्सर भ्रष्टाचार और अक्षमता से त्रस्त थीं, जिसमें सेना अधिकारियो द्वारा धन का गबन और अन्य कृत्य आम बात थी, इसके अलावा सैनिकों को उचित प्रशिक्षण या उपकरण भी नहीं मिलते थे जिसके कारण वह नई युद्ध नीतियों से अपरिचित ही रह जाते थे। यह एक बहुत महत्वपूर्ण कारण था जिसने बेहतर ढंग से संगठित और अनुशासित ब्रिटिश सेना के खिलाफ प्रभावी ढंग से लड़ने की उनकी क्षमता को कमजोर कर दिया।

स्थानीय भारतीय अभिजात वर्ग का समर्थन

अंग्रेज स्थानीय भारतीय अभिजात वर्ग का समर्थन हासिल करने में सक्षम हो गए थे क्योंकि वह व्यापरियों और धनी वर्ग से व्यापार के माध्यम से पहले से ही जुड़े थे। स्थानीय धनी वर्ग अपने शासकों के शासन और नीतियों से असंतुष्ट थे और उन्होंने अपने फायदे के लिए अंग्रेजों का साथ देने का फैसला किया। इन कुलीनों ने अंग्रेजों को अपने ही राजा के अनेक खुफिया जानकारीया , संसाधन और यहां तक ​​कि सेना भी प्रदान की, जिससे शासको की सेना और कमजोर हो गई।

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Sudeep Chakravarty

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